कान्हा क्यों तूने बजाई बंसुरिया

माखन की कहा से लाइ रे मटकियाराधा तूने सिर पे उठाई रे मटकिया,कान्हा क्यों तूने बजाई बंसुरिया,खींच के मोहे याहा लाइए बंसुरिया,कान्हा क्यों तूने बजाई बंसुरिया।। छम छम पायलियाँ घुंगरू बजाती है,बांकी अदाए तेरी प्रेम बढ़ाती है,मोती से सोहनी सजाई मटकियां,माखन की कहा से लाइ रे मटकियाराधा तूने सिर पे उठाई रे मटकिया।। दिल में … Read more