किया मैंने तुझी पे ऐतबार के आगे साई तू जाने
किया मैंने तुझी पे ऐतबारके आगे साई तू जाने,मेरे जख्मो को तेरा इन्तजारके आगे साई तू जाने काम हमारे कोई न आयातंग नसीबा ने तड़पाया,हर रस्ते पे है दीवारके आगे साई तू जाने तेरी आहत तेरे इशारेतेरा जलवा तेरे नज़ारे,मांगू हर शेह में तेरा ही दीदारके आगे साई तू जाने ऐ मेरे मालिक सब का … Read more