राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने
राधे राधे बोलो चलो जी बरसानेअरे प्रेम पट खोलो चलो जी बरसाने ऊँची ऊँची सीढ़ियां महल अति सुन्दरघणो मन भावे किशोरी जी को मंदिरप्रेम रस घोलो चलो जी बरसानेराधे राधे बोलो चलो जी बरसाने कुंड में नहाई के लगाओ परिकम्माराधा जी के महलों के ऊँचे ऊँचे खम्बाइत उत डोलो चलो जी बरसानेराधे राधे बोलो चलो … Read more