बहुत नाज करते हैं रहमत पे हम

बहुत नाज करते हैं रहमत पे हम,बहुत नाज करते है रहमत पें हम,सलामत रहे तेरी नजरे करम,सलामत रहे तेरी नजरे करम,बहुत नाज करते है रहमत पें हम।। जिधर देखते है उधर तु ही तु है,हर इक शय में जलवा तेरा हुबहू है,जमाना दीवाना हो के चूमे चरण,बहुत नाज करते है रहमत पें हम।। रहमतों का … Read more