शंकरा मेरे शंकरा
औघड़ दानी हे कैलाश पति शंकर मेरे शंकराडमक डम डमरू बाजे हो मेरा भोला नचेसावन में घिर आई घटेंखोल दी भोले ने अपनी जटाएंडमक डम डमरू बाजे।। शीश पे भोले के रहती हैं गंगाभक्तों से इनसे कोई लेता न पंगाकंधे पे कंवर साजे झूम के कांवरिया नचेसावन में घिर आई घटेंखोल दी भोले ने अपनी … Read more