मेरे शंकर त्रिपुरी शिव क्या क्या खेल रचाते हैं
जय महादेवजय जय शिव शंकर मेरे भोले नाथमेरे शंकर त्रिपुरीशिव क्या खेल रचाते हैंजो शरण में आ जाएशिव सोया भाग्य जगते है मेरे शंकर त्रिपुरीशिव क्या खेल रचाते हैं भगीरथ ने भक्ति मेंगंगा को मांग लियाजन जन कल्याण करेगाऐसा मन में ठान लिया दीन दुखी को वर जो देते हैंइन्हे भंडारी कहते हैं मेरे शंकर … Read more