म्हारा कानुड़ा गिरधारी खीचड़ खा ले रे बनवारी

म्हारा कानुड़ा गिरधारी खीचड़ खा ले रे बनवारी लिरिक्स म्हारा कानुड़ा गिरधारी,दोहा कर्मा बेटी जाट की,थी भोली नादान,भगता की पत राख ली,मीरा के घनश्याम। म्हारा कानुड़ा गिरधारी,खीचड़ खा ले रे बनवारी,कर्मा विनती कर कर हारी,बेटी जाटा री बेटी जाटा री।। बापू दूजे गांव सिधायो,थारो मंदिरियो सम्भलायो,सारो पूजा ढंग सिखायो,म्हारा कानुड़ा,बेगि तड़के तू उठ जइयो,म्हारे गिरधर … Read more