मा यशोदा का नटखट लाल कान्हा मटकी फोड़ गयो

मा यशोदा का नटखट लाल कान्हा मटकी फोड़ गयोवो माने ना मेरी बात को के मटकी फोड़ गयो।। माखन चुरता है हमको सताता हैहमे तड़पा के वो कहीं च्छूप जाता हैग्वाल बालो की लेके बारात कोके मटकी फोड़ गयो तोड़ गयो।। नंद का दुलारा वो राधा को प्यारा वोनटखट च्चबीला है सबसे न्यारा वोहम पकड़ेंगे … Read more