मेरी पहुँच बहुत है ऊंची मुझपर है किरपा प्रभु की
मेरी पहुँच बहुत है ऊंची मुझपर है किरपा प्रभु की,सेठो का सेठ निराला मेरे साथ है खाटू वाला,जब तक सहारा श्याम धनि मुझको तेरा,कोई बाल नहीं बांका कर सकता है मेरा।। कोई टाटा कोई बिरला कोई होगा अम्बानी,पर अपना तो श्याम धनि इसका न कोई सानी,जब साथ है तू सांवरियां सुख चैन की निन्दर आवे,कोई … Read more