प्रियकांत प्यारे की महिमा निराली दर पे जो आया लौटा न खाली
प्रियकांत प्यारे की महिमा निरालीदर पे जो आया लौटा न खाली,दुनिया को देखु भुलाश्याम का रंग चढ़ा चढ़ा रे।। प्रिय का रंग बड़ा प्यारा प्याराआँखों में रहता है कान्त हमारा,अब माया का पर्दा हटा श्याम का रंग चढ़ा।। दुनिया भुला के गम को मिटा लेमस्ती में आके झूम ले गा ले,यही चलता रहे सिलसिलाश्याम का … Read more