मिल रहा है प्यार कितना दादी तेरे धाम
मिल रहा है प्यार कितना दादी तेरे धाम,क्यों रहु मैं दूर तुझसे प्यारी मेरी माँ,चुनड़ी के पल्ले से छाव करदे माँ,ममता की गोद में बिठा ले मेरी माँ।। तुझसे चलती नैया मेरी करती न परवाह तू मैया मेरी,माझी बन जाए आके इक बार मेरी माँ,ममता की गोद में बिठा ले मेरी माँ।। दुःख में सताये … Read more