संवरती है तकदीर खाटू धाम जाने से
टूटी लकीरें भी हों हाथों में तो,संवरती है तकदीर खाटू धाम जाने से,तो संवरती है तकदीर खाटू धाम जाने से।। डगमग नैया माँझी बन कर श्याम चले,भव से पार हो नैयाँ जो बाबा श्याम खिवैयाँ होबिगड़ी हो किस्मत भी कभी,तो बनती है तकदीर फागन मेले में जाने सेतो संवरती है तकदीर खाटू धाम जाने से।। … Read more