कैसी समाधी लगाई रे भोला अखिया ना खोले
कैसी समाधी लगाई रे भोला अखिया ना खोलेअखिया ना खोले भोला अखिया ना खोले।। गंगा भी बोले यमुना बोलेनंदी ने लहर बड़ाई रे भोला अखिया ना खोलेकैसी समाधी लगाई रे भोला अखिया ना खोले।। राम भी बोले श्याम भी बोलेश्याम ने बंसी बजायी रे भोला अखिया ना खोलेकैसी समाधी लगाई रे भोला अखिया ना खोले।। … Read more