एक तू ही सार है संसार तेरे चरण में
एक तू ही सार है संसार तेरे चरण में,नील लोहित तार देने आ गया तेरी शरण में,उपकार कर अब तार दे तीनो जगत के पार कर,श्री कंठ अविनाशी अनंग विरूपाकश वैरागी शिवम्,शिवम् शिवम् शिवम्।। दीं भाव दया निधि गिरी प्रिया वेदा की शिवम् ,काल भी महाकाल भी सर्वज्ञ है आदि शिवम्,रुदर तेरे क्रोध का इक … Read more