भोले ने शीश में गंगा धारी
भोले ने शीश में गंगा धारीवो है शिव शंकर त्रिपुरारी माथे पर चंदा को बसाएगले में फनियार वो लिपटायेजिस सृष्टि की खतीरोहलाहल विष पी डाला हैदेवो के वो देव कहायेगौरा गणपति शीश नवायवो शंकर भोला भला है भगीरथ के वाहन परीजटा में गंगा धारी कर उद्धर उसके पुरखोका काभाव से नई तारिक तीनो लोको उनसा … Read more