श्याम आंचल मेरा छोड़ दो इस घडी
श्याम आंचल मेरा छोड़ दो इस घडीपाँव यमुना में मेरी फिसल जायेगीहर घड़ी की तेरी देख छेड़ अच्छी नहीदेख लेगा कोई भेद खुल जाएगाश्याम आंचल मेरा छोड़ दो इस घडी।। सारी सखियों की पायल की धुन करनेगूंजे उठे ताने मुरली की संसार मेंअब न मुरली बजाना मेरे सामने,मेरा भी दिल वो बेहल जाएगाश्याम आंचल मेरा … Read more