श्याम सलोनी सूरत जबसे बस गई मन मंदिर में
श्याम सलोनी सूरत जबसे बस गई मन मंदिर मेंबच न पाया मेरा तन मन डूबा प्रेम समंदर मेंश्याम सलोनी सूरत जबसे बस गई मन मंदिर में पहली डुबकी लगते हीमन में भक्ति दीप जलाबिना तंत्र के जनम जनम कीकट गयी सारी अला बालाजीवन में खुशहाली आयीचरम शांति की अनभूतिहो गयी दिल के अंदर मेंबच न … Read more