तू आजा रे श्याम मेरे आजा रे

दुनीयाँ पे संकट आयो मंदिर भी हुयो परायो,
जो हुयो ना अब तक बाबा तू ऐसो खेल रचायो,
तू आजा रे श्याम मेरे आजा रे पुकारां हाँ तू आजा रे।।

बड़ी बड़ी विपदा में तू ही आडो आयो,
सर पर हाथ फिरायो म्हाने लाड लडायो,
इबकी क्यों ना तू आयो क्यों म्हासूं हुयो परायो,
तू आजा रे श्याम मेरे आजा रे पुकारां हाँ तू आजा रे।।

मन म्हारो घबरावे मनड़ो धीर गंवाए,
रह कर के, म्हे सोचा म्हारो रक्षक क्यों संकुचावे,
थे बैठ्या मंदिर माहीं सूझे दुःख म्हारो नाहीं,
तू आजा रे श्याम मेरे आजा रे पुकारां हाँ तू आजा रे।।

जीवन की है बाजी थे क्यों हो नाराज़,
बिलख बिलख कर म्हे रोवा,
तू आजा श्याम मिजाजी,
थारो अंश अगर जी जावे,
थारो के घट जावे तू आजा रे,
श्याम मेरे आजा रे पुकारां हाँ तू आजा रे।।

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