जय बालाजी जय बालाजी जय बालाजी
तुम्हारे दर पर बाला जी सवाली बन के आया हूँ
गमो के भोज की गठरी दिखाने तुम को आया हूँ
तुम्हारे दर पर बाला जी सवाली बन के आया हूँ ।।
नही चिंता जमाने की करू परवाह मैं किस की,
मुझे अपनों ने ठुकराया सुनाने अर्ज आया हूँ
तुम्हारे दर पर बाला जी सवाली बन के आया हूँ ।।
सुना है मैंने बाला जी मिटाते कष्ट सबके हो
तेरी अद्भुत बड़ी माया उमंगे मन में लाया हूँ
तुम्हारे दर पर बाला जी सवाली बन के आया हूँ ।।
मेरी लागी लगन तुमसे मैं हु आबाद ही तुम से,
तेरा ही नाम गुण गाया के नागर अर्जी लाया हूँ
तुम्हारे दर पर बाला जी सवाली बन के आया हूँ ।।
Tumhare Dar Par Balaji Sawali Ban Ke Aaya Hoon
Gamo Ke Bhoj Ki Gathari Dikhane Tum Ko Aaya Hoon
Tumhare Dar Par Balaji Sawali Banke Aaya Hoon