लिखने वाले ने लिख डाला मिटा न कोई पाया
बिगड़ी बनाने वाले बाबा तेरी शरण में आया
राजाओ के राज हो तुम
भीख मांगने वाले है हम
देने वाले ने न सोचा मांगने कौन है है
बिगड़ी बनाने वाले बाबा तेरी शरण में आया
इक नजर जिस पर भी ढाले
वक़्त बदल ते देर न लागे
तेरा दर अब आखिरी दर है सोच के मैं भी आया
बिगड़ी बनाने वाले बाबा तेरी शरण में आया
किस की लाऊ बाबा सिफारिश
मेरी तुम से यही है गुजारिश
वनवारी मैं भटक भटक कर सही जगह पर आया
बिगड़ी बनाने वाले बाबा तेरी शरण में आया