
तेरा जादू खाटू वाले ऐसा सर पे छा गया
मैं फिर से फिर से फिर से
मैं फिर से खाटू आ गया।।
जब जब भी मैं सँवारे थोड़ा उदास हो जाता हूँ
तुझसे मिलने मुरली वाले दौड़ा दौड़ा अत हूँ
संग ले कर भक्तो की टोली गाडी भर के
मैं फिर से फिर से फिर से
मैं फिर से खाटू आ गया।।
घर से लेकर रींगस तक
रींगस से फिर खाटू तक
चैन नहीं अता है बाबा
तेरा पैड़ी चढ़ने तक
तेरा सोना मुखड़ा बाबा
इन नैनो को बाबा भा गया
मैं फिर से फिर से फिर से
मैं फिर से खाटू आ गया।।
तेरा जादू खाटू वाले ऐसा सर पे छा गया
मैं फिर से फिर से फिर से
मैं फिर से खाटू आ गया।।
मैं आउ हर बार ही संग लेकर परिवार जी
कर कृपा हर महीने में राहू हर हफ्ते तैयार जी
मैं नाचू दरबार में जैसे फिर से फागण आ गया
मैं फिर से फिर से फिर से
मैं फिर से खाटू आ गया।।
तेरा जादू खाटू वाले ऐसा सर पे छा गया
मैं फिर से फिर से फिर से
मैं फिर से खाटू आ गया।।