आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले

आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले
मुझको तेरा सहारा सदा चाहिए
चाँद तारे फलाफ पर दिखे ना दिखे
मुझको तेरा नज़ारा सदा चाहिए ।।

यहाँ खुशियां हैं काम और ज़्यादा हैं ग़म
जहाँ देखो वहीँ पर भरम ही भरम
मेरी महफ़िल में शम्मा जले ना जले
मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिए ।।

मेरी धीमी है चाल और पथ है विशाल
हर कदम पर मुसीबत है अब तो संभाल
मेरी चाहत की दुनिया बसे ना बसे
मेरे दिल में बसेरा तेरा चाहिए ।।

कभी वैराग है कभी अनुराग है
यहाँ बदलते हैं माली वही बाग़ है
पेअर मेरे थके ये चले ना चले
मुझको तेरा इशारा सदा चाहिए ।।

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