भूखा उठाता पर ना भूखा सुलाता है
अकेला ही होके सारे जग को खिलाता है
दयालुओ को देता पापियों को भी देता है
मांगले कन्हैया से ये सबको ही देता है
माँ बाप जैसा प्यार करता है जहान को
लाखों है बुराइया फिर भी पाले इंसान को
प्यासी धरती पर ये तो पानी बरसाता है
रोज ही सुबहा के साथ सूरज उगाता है
अँधेरा मिटाये चमक चाँद को ये देता है
छोड़ दे तू आस जग की दिल से पुकार ले
है ये सच्चा साथी तेरी जिंदगी सवार दे
एक बार प्रेम से तू इनको निहार ले
चरणों में इनके तू जिंदगी गुजार ले
अमीरो को देता ये गरीबो को भी देता है
क्या मांगना है टोनी सुन जरा ध्यान से
सेवा में लगाए रखना मांग श्री श्याम से
दीन दुखियो के काम जो आता है
कृष्ण कन्हैया के मन को वो भाता है
ऐसे प्रेमियों को ये तो बाहों में भर लेता है