हारे का साथी तो तू श्याम कहाता है
हार गया हूँ मैं भी बाबा क्यूँ ना आता है
भूल गया तू कृपा करना
भक्तो का अपने ख्याल तू रखना
मुझपे आई है अब ये मुसीबत
मुझको है तेरी बड़ी ही जरूरत
आजा ना अब तो तू क्यूं देर लगाता है
हार गया हूँ
लाज बचाना दस्तूर तेरा
देखो है मजबूर दास ये तेरा
मेरा नहीं है अब कोई सहारा
भटक रहा हुँ मैं मारा मारा
आजा ना अब तो तू क्यूँ खेल रचाता है
हार गया हूँ
बहुत हो गया है बाबा अब सम्भालो
नाम की अपने लाज बचालो
सूझता नहीं है अब कोई चारा
आज विपिन ने तुझको पुकारा
आजा ना अब तो क्यूँ तू चैन चुराता है
हार गया हूँ