नगर मे जोगी आया यशोदा के घर आया भेद कोई समझ ना पाया के आके अलख जगाया
ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे,ऊँचा है तेरा धाम,हे कैलाश के वासी भोलेहम करते है तुझे प्रणाम। नगर मे जोगी आया यशोदा के घर आयाभेद कोई समझ ना पाया के आके अलख जगायासबसे बड़ा है तेरा नाम भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ।। अंग विभूति गले रूँड माला शेषनाग लिप्टायो,बाँको तिलक भाल चंद्रमा घर घर अलख जगायो ।।नगर मे जोगी … Read more