बाबा तुझे सजाऊ मैं तो करू तेरा श्रृंगार
बाबा तुझे सजाऊ मैं तो करू तेरा श्रृंगार,खुशियों के फूलो से सजाये तू मेरा घर बार।। तन मन रहे मंगन सेवा में रोम रोम खिल जाए ,तुझको देखू मुश्काता मेरा अंतर मन मुस्काये ,तेरे चरण पखारू मुझको चरनामत मिल जाए ,दो हाथो की सेवा पे देने के हाथ हजार,खुशियों के फूलो से सजाये तू मेरा … Read more