दरबार तेरा दाती निर्धन ने सजाया है
दरबार तेरा दाती निर्धन ने सजाया हैDarbar Tera Dati Nirdhan Ne Sajaya Hai दरबार तेरा दाती निर्धन ने सजाया हैहर रोज़ माँ आती हो, मैंने शोर मचाया है दरबार तेरा दाती निर्धन ने सजाया हैहर रोज़ माँ आती हो, मैंने शोर मचाया है जो सर यहाँ झुक जाए, कहीं झुक नहीं पाएतूने अपने बच्चों को … Read more