माँ मैं तेरी कठपुलती तेरा हुकम बजाऊंगी
माँ मैं तेरी कठपुलती तेरा हुकम बजाऊंगी,तू डोर हिलाना मावड़ी मैं नाच दिखाऊगी।। मेरा वजूद कुछ नहीं मैं जड़ हु मावड़ी,माँ तेरे इक इशारे पे चेतन हो जाऊगी,तू डोर हिलाना मावड़ी मैं नाच दिखाऊगी।। मेरी नकेल तो तेरे हाथो में है मइयां,तू चाहे जिधर घुमाले मैं घूम जाऊगी ,तू डोर हिलाना मावड़ी मैं नाच दिखाऊगी।। … Read more