गुरुवर चरणों में, दे दे ठिकाना मुझे,
मैं भटकता हूँ, राह दिखाना मुझे,
गुरुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे
मैं तो पूजा से, जप तप से अंजान हूँ,
मैं तो पूजा से, जप तप से अंजान हूँ,
मतलबी लोग से, मैं परेशान हूँ,
मतलबी लोगो से, मैं परेशान हूँ,
कितना भरमाया है, ये जमाना मुझे,
गुरुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे
तन कही और है, मन कही और है,
सुख की चाहत की, भारी यहाँ दौड़ है,
इस समंदर में, अब ना बहाना मुझे,
गुरुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे
ये है काजल का घर, बच के कैसे रहूं,
अपनी आवाज़ दिल की, मैं किससे कहूं,
इस मुसीबत से, तू ही बचाना मुझे
गुरुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे
अब ‘फणी’ के हृदय से, ना तू दूर है,
अब तेरा फ़ैसला, मुझको मंजूर है,
तुझको भूलूँ वो दिन, ना दिखना मुझे,
गुरुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे
गुरुवर चरणों में, दे दे ठिकाना मुझे,
मैं भटकता हूँ, राह दिखाना मुझे,
गुरुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे
Guruvar Charno Mein De De Thikana Mujhe
Main Bhatakta Hu Raah Dikhana Mujhe
Guruvar Charno Mein De De Thikana Mujhe
Main To Pooja Jab Tap Se Anjaan Hu
Matlabi Logo Se Main Preshan Hu
Kitna Thage Ye Jamana Mujhe
Guruvar Charno Mein De De Thikana Mujhe
Tan Kahi Aur Hai Man Kahi Hai
Sukh Ki Chahat Ki Bhaari Yaha Daud Hai
Iss Samandar Mein Ab Na Bahana Mujhe
Guruvar Charno Mein De De Thikana Mujhe
Ye Hai Kajal Ka Ghar Bach Ke Kaise Rahu
Apni Aawaz Dil Ki Main Kisse Kahu
Iss Museebat Se Tuhi Bachana Mujhe
Guruvar Charno Mein De De Thikana Mujhe
Ab Fani Ke Harday Se Na Tu Door Hai
Ab Tere Faisla Mujhka Manjoor Hai
Tujhko Bhoolu Vo Din Na Dikhana Mujhe
Na Dikhana Mujhe
Guruvar Charno Mein De De Thikana Mujhe
Main Bhatakta Hu Raah Dikhana Mujhe
Guruvar Charno Mein De De Thikana Mujhe