खिल जाता है फूल सा तेरा नाम
हर घडी हर पल याद तू आता श्याम
बोलो श्याम बोलो श्याम बोलो श्याम।।
बीत गए है कई महीने तेरा दर्शन पाए
तेरी याद में ओ सांवरिया अँखियाँ नीर बहाये
बिन दर्शन अब इन अँखियो को मिलता नहीं आराम।।
हर घडी हर पल याद तू आता श्याम
बोलो श्याम बोलो श्याम बोलो श्याम।।
हर ग्यारस को तुमसे मिलने खाटू धाम आता था
देख के तेरी प्यारी सूरत फूला नहीं समता था
एक पल का वो तुमसे मिलना दिल को देता आराम
हर घडी हर पल याद तू आता श्याम
बोलो श्याम बोलो श्याम बोलो श्याम।।
दया करो अब श्याम मुरारी और न मुझको तरसाओ
क्षमा करो सब अवगुण मेरे और ना मुझको बिसरौ ।।
चरणों में तेरे है गोपाल के चारो धाम
ग्रन्थ पाठ जयकार लगाते
बोलो श्याम बोलो श्याम बोलो श्याम।।