कन्हिया आये मेरे द्वार रे
मैं तो लाज के मारे डूबी डूबी जाऊ
कन्हिया आये मेरे द्वार रे
कहती है मीरा बली बली जाऊ
पहियाँ परु या नैना बिछाऊ,
कैसे करू इजहार आये मेरे द्वार रे
कन्हिया आये मेरे द्वार रे
कन्हिया आये मेरे द्वार रे
मैं तो लाज के मारे डूबी डूबी जाऊ
कन्हिया आये मेरे द्वार रे
उनका हुआ है मुझको दर्शन
मुझको किया है आज सुहागन,
पूरा हुआ श्रृंगार आये मेरे द्वार रे
कन्हिया आये मेरे द्वार रे
कन्हिया आये मेरे द्वार रे
मैं तो लाज के मारे डूबी डूबी जाऊ
कन्हिया आये मेरे द्वार रे