हर ग्यारस खाटू जाना हो हो
चले न कोई बहाना सुनो दम सारा रे
खाटू वाले का धाम है बड़ा निराला रे
ग्यारस ने खजाने बाटे
वो सबके संकट काटे
चाहे कितने भीड़ हो भारी
मिलने से ना नाते
एक एक ने गले लगावे
एक एक ने गले लगावे
बड़ा दिल वाला रे
खाटू वाले का धाम है बड़ा निराला रे
जो पैदल चल के आवे
और झंडे आएं चढ़ावे
जिसने तो खाटू वाला
भाई दौड़ के गले लगावे
तेरी बंद पड़ी किश्मत का
खोल दे टाला रे
खाटू वाले का धाम है बड़ा निराला रे
जिसने भी कदम बढ़ाया वो फेर नहीं रुक पाया
हर ग्यारस भरे हजारी वो भरे लिफ़ाफ़े लाया
इस श्याम की तू भी फेर ले माला
खाटू वाले का धाम है बड़ा निराला रे
बस एक बात चित धरलो
खाटू की राह पकड़लो
ललित कहे भाई जाके
बाबा के चरण पकड़लो
थारे करदे मन की पूरी
ओ खाटू वाला रे
खाटू वाले का धाम है बड़ा निराला रे
सिंगर – ललित भरद्वाज