कितनो की बिगड़ी है बनती

कितनो की बिगड़ी है बनती
आके देखो एक बार
सूखे में नाव कैसे चलती
आके देखो एक बार

हारो को मिलता सहारा
आके देखो एक बार
कितनो को इसने उबारा
आके देखो एक बार

उलझे जो धागे सुलझते
आके देखो एक बार
बिगड़े जो रिश्ते सवारते
आके देखो एक बार

कितनो की बिगड़ी है बनती
आके देखो एक बार
सूखे में नाव कैसे चलती
आके देखो एक बार

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