कृष्ण कृष्ण बोल हरी हरी बोल
अपनी वाणी में थोडा अमृत गोल
कृष्ण कृष्ण बोल हरी हरी बोल
जन्म मरण सब उसकी माया
कण कण में बस वोही समाया
याद कर उसे सचे मन से
सुबह शाम जपना ये शब्द अनमोल
कृष्ण कृष्ण बोल हरी हरी बोल
कितना दयालु है इश्वर तेरा
दूर करेगा दुःख का अँधेरा
सुमिरन होगा कष्ट मिटेगा
हरी को भज के भाग तू खोल
कृष्ण कृष्ण बोल हरी हरी बोल