लगन तेरी मेरे श्याम लगाऊं

प्रीत की पावन ज्योत जगाऊँ
सांवरिया श्रृंगार सजाऊँ
आजा रे आजा ध्यान लगाऊं
लगन तेरी मेरे श्याम लगाऊं

सहारे तेरे हो भरोसे तेरे हो
निगाहें फेरे तू पड़े अँधेरे हो
तू ना सुनेगा तो कौन सुनेगा
विनती ये प्यारे ओ पालनहारे
चुन सुन कलियाँ हार बनाऊं
सांवरिया श्रृंगार सजाऊँ

उठा के हाथों को मैं कह दूँ बातों को
छुपाऊं पर कैसे बही बरसातों को
उमड़ उमड़ आती है दिल से
अँसुअन की झाड़ियां कैसी ये घड़ियाँ
चहुँ नहीं मैं तुझको रुलाऊँ
सांवरिया श्रृंगार सजाऊँ

सलोने ओ प्यारे कहूं क्या महिमा रे
उबारे तू उनको जो आते हैं हारे
शोर सुदामा नरसी मीरा
चरण तेरे लेहरी मर्ज़ी क्या तेरी
घर घर तेरे हरिजस गाउँ
सांवरिया श्रृंगार सजाऊँ

Leave a Comment