मझधार में नैया है राहें अंजानी है
मेरे बाबा सुन लो मेरी ये नाव पुरानी है
मझधार में नैया है
फ़िल्मी तर्ज – एक प्यार का नगमा है
मैं बीच भंवर में हूँ मिलता न किनारा है
मेरी डूबती नैया का एक तू ही सहारा है
मुझे आस किसी से नहींमुझे आस बढानी है
मेरे बाबा सुन लो
मझधार में नैया है
दुनिया ने बतलाया तुम माझी हो अच्छे
जो सच्चा है उसके तुम साथी हो सच्चे
क्यों देर लगते हो क्या नाव डुबानी है
मेरे बाबा सुन लो
मझधार में नैया है
मुझ से जो चल पाती तुम को न भुलाते हम
विश्वाश करो मेराखुद पार लगाते हम
बातो का वक़्त नहींकरुणा दिखलानी है
मेरे बाबा सुन लो
मझधार में नैया है
#Singer -Mukesh Meena