महल में सुन्दर खड़ी और खड़ी इस ईमारत पे
न जाने कब आएंगे पिया हमारे देश
कब आओगे म्हारे देश
मुरलिया वाले कब आओगे म्हारे देश
कब आओगे म्हारे देश
बांसुरियां वाले कब आओगे म्हारे देश
लिख लिख पतिया हार गई मैं
लिख डाले संदेश मुरलिया वालें
कब आओगे म्हारे देश
मोहिनी मूरत सांवरी सूरत
घू़्ंगर वाला केश मुरलिया वालें
कब आओगे म्हारे देश
बचपन बीता बीती जवानी
पड़ गया बाल सफेद मुरलिया वालें
कब आओगे म्हारे देश