सजाया है सुंदर दरबार माँ बैठी कर श्रृंगार
आओ आओ भगतो लगाओ जय जय कार
सजाया है सुंदर दरबार माँ बैठी कर श्रृंगार
माँ की शान देखो कितनी निराली
शेर पे सवार होके आई शेरावाली
दूर हुआ देखो इन्तजार मेहक उठा सारा दरबार
आओ आओ भगतो लगाओ जय जय कार
हलवे पूरी का भोग लगाया है
हाथो से अपने मैया को खिलाया है
भगतो की लम्भी कतार बाँट रही माँ सब को प्यार
आओ आओ भगतो लगाओ जय जय कार
पूनम भार्गव ने महिमा तेरी गाई है
भावो की माला लेके तेरे दर पे आई है
राजू भी बोले जय कार भर देगी मैया भण्डार
आओ आओ भगतो लगाओ जय जय कार