
सत्संग वो गंगा है इस में जो नहाते है
Satsang Vo Ganga Hai Is Me Jo Nahate Hai Lyrics In Hindi
सत्संग वो गंगा है इस में जो नहाते है,
पापी से पापी भी पावन हो जाते है ।।
ऋषियों ने मुनियो ने इसकी महिमा गाई
सत्संग ही जीवन है ये बात है बतलाई
ये वेद बताते है ये रंक बताते है,
पापी से पापी भी पावन हो जाते है ।।
वचनो के मोती है संगत के सागर है,
फल ही फल मिलते है सुख के इस पल बर में,
इस ज्ञान के सागर में जो दुब्बकी लगाते है,
पापी से पापी भी पावन हो जाते है ।।
इस तीर्थ से बढ़ कर कोई तीर्थ धाम नहीं,
दुःख कलेश संकट का यहाँ कोई काम नि,
आते है जगत में जो जीवन को संजोते है,
पापी से पापी भी पावन हो जाते है ।।
Satsang Vo Ganga Hai Is Me Jo Nahate Hai Lyrics In English
Satsang Ki Ganga Me Jo Nitye Nhate Hai
Paapi Se Paapi Bhi Pawan Ban Jaate Hai
Satsang Ki Ganga Me Jo Nitye Nhate Hai
Paapi Se Paapi Bhi Pawan Ban Jaate Hai
Rishiyo Aur Muniyo Ne Ye Baat Batayi Hai
Satsang Hi Jeevan Hai Satsang Hi Bhalayi Hai
Ye Ved Batate Hai Sab Granth Batate Hai
Paapi Se Paapi Bhi Pawan Ban Jaate Hai
Iss Teerath Se Badkar Koi Teerath Dham Nahi
Aur Dukh Kalesho Ka Satsang Mein Naam Nahi
Aate Hai Jo Satsang Mein Jeevan Ko Sajate Hai
Papi Se Papi Bhi Pawan Ban Jaate Hai
Satsang Ki Ganga Mein Jo Dubaki Lagate Hai
Satsang Ki Ganga Mein Jo Nitya Nahate Hai
Papi Se Papi Bhi Pawan Ban Jaate Hai
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