खुशिया मनाओ मंगल गाओ
स्वागत में तुम फूल बिछाओ
श्याम आ गया रे मेरा श्याम आ गया
गंगा जल लाकर के भक्तो इनके चरण पखारो
सिंहासन बैठाओ इनको प्यारे भजन सुनाओ
चन्दन केसर तिलक लगाओ
बनरा सा बाबा को बनाओ
चवर धुलाओ मंगल गाओ
स्वागत में तुम फूल बिछाओ
श्याम आ गया रे मेरा श्याम आ गया
चंदा सा चमके है मुखड़ा शोभा अति निराली
मोर मुकुट कानो में कुण्डल लत ये घूंघर वाली
रुच रुच कर इनको जिमाओ
श्याम को नागर पान खिलाओ
चरण दबाओ मंगल गाओ
स्वागत में तुम फूल बिछाओ
श्याम आ गया रे मेरा श्याम आ गया
आकर जायेगा मेरा बाबा
याद न इनकी जाए
प्रेम भाव से इनकी छवि निहारो
नैनो में इनकी छवि बस जाए
मिलकर निर्मल श्याम रिझाये
देखो कोई कसर रह न जाए
लाड लड़ाओ मंगल गाओ
स्वागत में तुम फूल बिछाओ
श्याम आ गया रे मेरा श्याम आ गया
सारी बगिया फूल खिले
भवरे क्या बोले सुन सुन
मस्त हवाओ के झोके से बदरा बोले सुन सुन
धरती बोले एम्बर बोले सब मिल बोले क्या क्या
श्याम आ गया रे मेरा श्याम आ गया
श्याम आ गया रे मेरा श्याम आ गया