सिंह चढ़ी आ जाओ मईया

सिंह चढ़ी आ जाओ मईया
जोहुआ थारी बाट

म्हारे मन में चाव घणेरो
दर्शन दे दो मात
मयान मानो मेरी बात
म्हारी अर्जी थे सुनो माँ
जोड़ा दोनों हाथ

मयान मानो मेरी बात
म्हारी अर्जी थे सुनो माँ
जोड़ा दोनों हाथ

म्हारे घरा पधारो मैया
थारे स्वागत खातिर बंधा वंदन वार
मायण सुनलो म्हारी पुकार
छप्पन भोग छतीसा व्यंजन
करसा जी मनवार

खूब करा श्रृंगार मैया फुलड़ा देव सजाये
लाल गुलाब जावा फफूला री माला कारी तैयार

मायण पहरो ना एक बार
घने मान से थाने बिठवा खूब सजे दरबार

दीवलोचा सा ज्योत जगावा मैया थाने मानावा
चूड़ो चुनरी बिन्दिया मेहंदी हाथ लगवा

मायण थाने खूब रिझवा
मीठा मीठा भजन सुनवा
झूमा नाचा गवा
मैं हां थारा टाबर मैया थे हो माये हमारी
रवि का सर हाथ फिरा दो ममता लुटादो थारी

मायान म्हे तो सारे शरणे
थारे चरने शीश नावौ आशीष देओ थारी

सिंह चढ़ी आ जाओ मईया
जोहुआ थारी बाट

म्हारे मन में चाव घणेरो
दर्शन दे दो मात
मयान मानो मेरी बात
म्हारी अर्जी थे सुनो माँ
जोड़ा दोनों हाथ

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