हे भोले बाबा त्रिलोक के देवा
हे भोले बाबा त्रिलोक के देवातन मैं तू शिवा मन मैं भी शिवहे भोले बाबा त्रिलोक के देवातन मैं तू शिवा मन मैं भी शिव।। यज्ञ स्वरूप जटा धरेपिनाक हस्ते संतानायडम डम डमरू धारी त्रिपुरारी।। जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थले,गलेअवलम्ब्य लम्बितां भुजंगतुंगमालिकाम्।डमड्डमड्डमड्डमनिनादवड्डमर्वयं,चकार चंडतांडवं तनोतु नः शिवः शिवम ।। हे दिगंबर कैलाश पतिजपते निरंतर तेरे ही स्तुतिहे बिरुपक्ष मंगल … Read more