सभी से हारकर बाबा तेरे दरबार आया हूँ
सभी से हारकर बाबा तेरे दरबार आया हूँSabhi Se Haarkar Baba Tere Darbar Aaya Hu सभी से हारकर बाबा तेरे दरबार आया हूँबड़ी उम्मीद लेकर के मैं लाख दातार आया हूँ करूँ किसपर भरोसा मैं, यहाँ सब लोग झूठे हैंसभी के चेहरे पर बाबा, यहाँ नकली मुखौटे हैंपरखकर गैर और अपने में रिश्तेदार आया हूँ … Read more