ये काया कुटिया निराली जमाने भर से
ये काया कुटिया निराली जमाने भर से Kaya Kutiya Nirali Jamane Bhar Se ये काया कुटिया निराली जमाने भर सेदस दरवाजे वाली जमाने भर से जो डूबे श्रीराम जी की मस्ती मेंचार चांद लग जाते उनकी हस्ती में सबसे सुन्दर आँख की खिड़कीजिसमें पुतली काली जमाने भर से काया कुटीया निराली जमाने भर सेदस दरवाजे … Read more