रेहमत मिली साई तेरी लगता है कैसा नजारा
जब से पकड़ा है दामन काम होने लगा है हमारा,रेहमत मिली साई तेरी लगता है कैसा नजारा ,साई राम साई राम, खुशियां ही मिल रही है बेहतरी हो रही है,बात जो ना कही तुमसे पूरी वो बात हो रही है,साई मेरे दाता खुशियों को किया इशारा,जैसे मेरे साई जग को किया उजिहारा,साई राम साई राम, … Read more