सुनो हे साँवरिया सरकार
मेरी बात पे साँवरेकरो ज़रा तुम गौरकिस को दुःख जाकर कहेंनटवर नन्द किशोर सुनो हे साँवरिया सरकारतुम बिन विपदा कौन हरेगासौलहां कलां अवतारसुनो हे साँवरिया सरकार फैली है कैसी महमारीसंकट में है दुनियाँ सारीमुरली मधुर सुना दो आकरसुन लो करुण पुकारसुनो हे साँवरिया सरकार तेरे दरस को नैना तरसेसावन भादों तीज ज्यों बरसेसमय आ गया … Read more