
तू आंबे रानी महारानी है मेरी
तेरी पूजा करू दिन रात मैं
हां इतना कर्म करदो बेटी पे
मैया कभी तुझसे कर लूँ दो बात मैं।।
सब के दिल की मैया
जाना दर्द को मेरे ना पहचाने,
मेरे ही बारी क्यों कर दी
डेरी बस कर दू मुलाक़ात मैं
हां इतना कर्म करदो बेटी पे
मैया कभी तुझसे कर लूँ दो बात मैं।।
शेरावाली मेहरा वाली
सब को खुशिया देनेवाली,
मुझसे ही मैया अखियाँ तूने क्यों
फेरी गाऊ कर्मा साथ तेरे मैना
हां इतना कर्म करदो बेटी पे
मैया कभी तुझसे कर लूँ दो बात मैं।।