
दुनिया से जो तू मांगे, तेरी शान जायगी,
यारी तू निभाले श्याम से, तेरे काम आयगी।।
माया के बंधन तोड़ो, मेरे श्याम से नाता जोड़ो,
जग वाले कुछ ना देगें, झूठी आशाएं छोड़ो,
तू हाथ पसारे,गा तो तेरी लाज जायगी,
यारी तू निभाले श्याम से।।
जग को आंसू दिखलाक़े, तेरी इज्जत तू ना खोना,
जब दिल भर आये तेरा, तू श्याम के आगे रोना,
बड़ी जालिम, है ये दुनिया तेरी हंसी उड़ाएगी,
यारी तू निभाले श्याम से।।
कोई मज़बूरी हो जाये, लोगो से कुछ ना कहना,
तेरे दुखड़े ये हर लेगा, बस श्याम शरण आ जाना ,
तेरे जीवन, में ओ खुशियां बेशुमार आयेगी,
यारी तू निभाले श्याम से।।
तू भूल गया क्यूं इसको, तुझे इसने नही बिसारा,
अपने सेवक पे संकट, मेरे श्याम को नही गवारा,
कहे “हर्ष” दुखो की, कड़ियाँ सब टूट जायेगी यारी,
यारी तू निभाले श्याम से।।