
टूटी लकीरें भी हों हाथों में तो,
संवरती है तकदीर खाटू धाम जाने से,
तो संवरती है तकदीर खाटू धाम जाने से।।
डगमग नैया माँझी बन कर श्याम चले,
भव से पार हो नैयाँ जो बाबा श्याम खिवैयाँ हो
बिगड़ी हो किस्मत भी कभी,
तो बनती है तकदीर फागन मेले में जाने से
तो संवरती है तकदीर खाटू धाम जाने से।।
हारे का तू सहारा है तेरे बिना कौन हमारा है,
हर संकट से बाबा तूने हम भगतों को उबारा है,
महिमा ऐसी नाम की तो बनती है तकदीर,
ग्यारस पे खाटू जाने से
बिगड़ी हो किस्मत भी कभी,
तो बनती है तकदीर फागन मेले में जाने से
तो संवरती है तकदीर खाटू धाम जाने से।।
टूटी लकीरें भी हों हाथों में तो,
संवरती है तकदीर खाटू धाम जाने से,
तो संवरती है तकदीर खाटू धाम जाने से,
Tooti Lakeere Bhi Ho Hatho Mein
To Sanvarti Hai Taqdeer
Khatu Dhaam Jaane Se
Dagmag Naiya Dole
Majhi Ban Kar Shyam Chale
Bhav Se Paar Ho Naiya Jo
Baba Shyam Khivaiya Vo
Bigadi Ho Kishmat Bhi Kabhi
To Banti Hai Taqdeer
Phagun Mele Mein Lene Jaane Se
To Sanvarti Hai Taqdeer
Khatu Dhaam Jaane Se
Haare Ka Tu Sahara Hai
Tere Bin Kaun Hamara
Har Sankat Se Baba Tune
Hum Bhakto Ko Tune Ubara Hai
Mahima Aisi Naam Ki
To Banti Hai Taqdeer
Gyaras Pe Khatu Jaane Se
To Sanvarti Hai Taqdeer
Khatu Dhaam Jaane Se