पलका बिछाया खड्या हां मावड़ी
पलका बिछाया खड्या हां मावड़ी,दर्शन दे देयो थी माने इक बार मावड़ी,पलका बिछाया खड्या हां मावड़ी।। झुंझुनू में थारो धाम बनो दादी लागे प्यारो प्यारो,थारी महिमा जान के दादी द्यावो ये जग सारो,बेडा पार लगावे भगता ता मावड़ी,पलका बिछाया खड्या हां मावड़ी।। ये हो माहरे कुल की देवी थारी महिमा न्यारी,नजर दया की रख दो … Read more